किसी भी प्रकार की बाढ़ आपदा से निपटने शासकीय विभागों और आमजन को जागरूक होना जरूरीे – कलेक्टर सक्ती,/ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार, नई दिल्ली तथा छत्तीसगढ़ राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग जिला सक्ती के संयुक्त तत्वावधान में आज सुबह 10 बजे तहसील चंद्रपुर अंतर्गत दरहाघाट में बाढ़ आपदा से बचाव हेतु मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री अमृत विकास तोपनो ने सम्बोधित करते हुए कहा कि यह मॉकड्रिल आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने तथा आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित शासकीय विभागों और आमजन को जागरूक होना अतिआवश्यक है। बाढ़ आपदा जैसी परिस्थितियों में हमें किस तरह केे व्यवहार अपनाते हुए समास्याओं से बचना है इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। उन्होने कहा कि बाढ़ आपदा जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, नगर सेना, स्वास्थ्य विभाग आदि का बहुत ही महत्वपूर्ण दायित्व होता है जिसके लिए सजग रहना आवश्यक है। कलेक्टर ने बताया कि आज राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार के निर्देशानुसार चन्द्रपुर के दरहाघाट में जिला स्तर पर उपलब्ध समस्त बाढ़ बचाव सामग्रियों का मॉकड्रिल किया गया। कलेक्टर श्री तोपनो ने आज जिले में बाढ़ आपदा से बचाव की आवश्यक तैयारियों का जायजा लिया। एसडीआरएफ, पुलिस, नगर सेना, स्वास्थ्य विभाग एवं आपातकालीन सेवाएं की टीम एवं बाढ़ आपदा की टीम द्वारा बाढ़ आपदा सामग्री, लाइफ जैकेट, रस्सी, बोट, ओबीएम मशीन उपकरणों की जांच करने के पश्चात मॉक एक्सरसाइज का अभ्यास किया गया। बाढ़ आपदा टीम द्वारा अभ्यास के दौरान आपदा सामग्री का संचालन एवं सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। टीम द्वारा आपदा के समय स्वयं और दूसरों की जीवन रक्षा एवं सुरक्षित रहने के संबंध में जानकारी दी गई। बचाव और पुनर्वास प्रयासों के साथ-साथ भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की टीम द्वारा मॉकड्रिल का अभ्यास किया गया। मॉकड्रिल के दौरान, बाढ़ आपदा टीम द्वारा कई महत्वपूर्ण बचाव अभियानों का अभ्यास किया गया। इनमें नदी में डूबने वाले व्यक्तियों का बचाव, तेज बहाव में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना और बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त इमारतों में फंसे लोगों को निकालना शामिल था। इस अभ्यास में आधुनिक बचाव उपकरणों और तकनीकों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे टीम को वास्तविक आपदा के समय इन उपकरणों का सही और प्रभावी उपयोग करने का अनुभव प्राप्त हो सके। मॉकड्रिल के दौरान स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को भी शामिल किया गया, ताकि उन्हें आपदा के समय सही कदम उठाने और बाढ़ आपदा टीम की सहायता करने की जानकारी मिल सके। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों को घरों में उपलब्ध होने वाले सामग्रियों जैसे टीपा, भगोना, ड्रम, मटका, ट्यूव इत्यादि सामग्रियों का राप्टा बनाना एवं पीने वाले एक लीटर वाटर बॉटल को ऐयर टाईट कर लाईफ जैकेट बनाकर डूबते हुये व्यक्ति को बचाया जा सकता है का डेमो एसडीआरएफ के जवान और जिले के बाढ़ बचाव दल के जवान द्वारा दिखाया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री के.एस. पैंकरा, डिप्टी कलेक्टर श्री विनय कुमार कश्यप, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रितेश सिंह राजपुत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूजा अग्रवाल, तहसीलदार श्री संजय मिंज, बाढ़ आपदा की टीम, एनसीसी कैडेटस, स्थानीय आमजन, गणमान्य नागरिक, स्कूल कॉलेज के छात्र छात्राएं तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
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