छत्तीसगढ़सक्ती

परमेश्वरी पब्लिक स्कूल में वार्षिक पुरुस्कार कार्यक्रम वितरण संपन्न हुआ-


सक्ती– शहर के परमेश्वरी देवी शिक्षण समिति द्वारा संचालित पब्लिक स्कूल सक्ती में बसंत पंचमी पूजा, माता परमेश्वरी पूजा एवं वार्षिक पुरुस्कार वितरण का कार्यक्रम आयोजन किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सुमित शर्मा (अध्यक्ष), विशिष्ट अतिथि मनीष कथुरिया, पुरुषोत्तम अग्रवाल, सुरेश कृपलानी, परसन राठौर का विद्यालय प्रबंधन द्वारा आगंतुक अतिथियों का वेलकम करते हुए मंच तक लाया गया तथा वीणा वादिनी मां सरस्वती एवं माता परमेश्वरी की तैल चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन, वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। ततपश्चात अतिथियों को पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह देकर एवं बेच लगाकर स्वागत किया गया। इस दौरान मंच पर विद्यालय प्रबंधन समिति सचिव कृष्णा कुमार देवांगन, प्रमुख रूप से उपस्थित थे। विद्यालय विद्यार्थियों के अंदर छिपे हुये खिलाड़ी, खेल एवं टीम भावना को जागृत करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता जैसे – सिम्पल रेस – 100 मी., 200 मी., 400 मी., म्यूजिकल चैयर रेस, बिस्किट रेस, चॉकलेट रेस, बैलून रेस, स्पून रेस, सैक रेस, नीडल-थ्रेड रेस, फ्रॉग रेस, थ्रो एंड हिट कॉम्पिटिशन, कैलिग्राफी कॉम्पिटिशन, लॉन्ग जम्प, गोल फेक, कब्बड्डी, आर्चरी, फुटबॉल, क्रिकेट कॉम्पिटिशन, ड्राइंग कॉम्पिटिशन, रैम्स कॉम्पिटिशन आदि का आयोजन करता हैं और बसंत पंचमी एवं माता परमेश्वरी जयंती के अवसर पर खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को पुरुस्कार मैडल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाता हैं। इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों के अंदर उत्साह और टीम भावना का विकास हैं, विद्यालय की स्थापना के साथ ही विद्यार्थियों की बहुमुखी प्रतिभा को सामने लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा हैं। सुमित शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वसंत पंचमी का सीधा संबंध माता सरस्वती से है। पौराणिक कथा के अनुसार, सृष्टि की रचना के समय भगवान ब्रह्मा ने मनुष्यों की सृष्टि की, लेकिन उन्हें यह देखकर निराशा हुई कि सृष्टि में जीवन तो है, परंतु वह नीरस और मौन है। तब भगवान ब्रह्मा ने अपने कमंडल से जल छिड़का और एक अद्भुत शक्ति प्रकट हुई। वह शक्ति देवी सरस्वती के रूप में अवतरित हुईं, जो हाथों में वीणा, पुस्तक और माला लिए थीं। देवी सरस्वती ने वीणा के तार छेड़े, जिससे सृष्टि में मधुर ध्वनि और जीवन का संचार हुआ। तभी से देवी सरस्वती को ज्ञान, संगीत और कला की देवी माना जाता है और उनकी पूजा के लिए वसंत पंचमी का दिन तय किया गया। कार्यक्रम के अंत में संस्था प्राचार्य एम विकास देवांगन ने सभी अतिथियों, पालकगण, छात्र-छात्राओं, शिक्षक/शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक शिक्षिकाएं माया देवांगन, गरिमा यादव, निकहत खान,  शारदा नामदेव, दीक्षा देवांगन, तारा देवांगन, हितेष यादव, लक्ष्मीन देवांगन, उषा देवांगन, विनीता निषाद, भुनेश्वरी बरेठ, स्वेक्षा रावत, गौरव यादव, प्रीति यादव, वाणी देवांगन, युक्ति देवांगन, कुसुम देवांगन, चंचल यादव, दिपाली कसेरा, कुंती भार्गव, अनसुइया पटेल, विजय केंवट, पूनम तिवारी, श्रद्धा देवांगन, नम्रता यादव, शाशि यादव, सूरज सोनी, दीपक वैष्णव, प्रियंका यादव, रामेश्वरी सोनी, सन्नी उरांव, करन यादव, कुन्तला यादव एवं कर्मचारी रमा विश्वकर्मा, मंजू यादव, विनोदनी सोनी एवं संतोष लाल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन संदीप देवांगन एवं लक्ष्मी प्रधान द्वारा किया गया।

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