“विकास वाले चुनाव: श्याम सुंदर अग्रवाल की दौड़”, “युवा शक्ति के साथ चुनाव: चिराग अग्रवाल की रफ्तार”, और “महिला सशक्तिकरण के संगठन: रीना गेवादिन की पहचान”।
चुनाव के लिए सिर्फ 5 दिन बचे हैं और इस दौरान तीन प्रमुख पार्टियाँ अपनी मेहनत में लगी हुई हैं। श्याम सुंदर अग्रवाल की पार्टी अपने विकास के वादों और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान दे रही है, जिससे लोगों को उनकी तरफ आकर्षित किया जा सके। चिराग अग्रवाल की पार्टी नए युवाओं को प्रभावित करने के लिए नए विचार और योजनाओं पर फोकस कर रही है, उनका मकसद है कि युवा शक्ति को समाज में एक नई पहचान मिले। रीना गेवादिन की पार्टी महिलाओं और उनके अधिकारों के लिए काम करने पर ज्यादा जोर दे रही है, उनका प्रयास है कि महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनकी सुरक्षा के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म दिया जा सके। इन तीनों पार्टियों की मेहनत देखकर यह समझ आता है कि चुनाव का मैदान कितना गर्म है और हर कोई अपने-अपने तरीके से जीतने की कोशिश कर रहा है।