सक्ती स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय कसेर पारा, सक्ती में 13 सितंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना रजत जयंती समारोह के अवसर पर विकास खंड का पहला पूर्व छात्र सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। इस सम्मेलन का आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कुमुदिनी द्विवेदी के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में तथा विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती पी. गबेल और व्याख्याता श्री देवाशीष बनर्जी के अथक प्रयासों से संभव हुआ।
विद्यालय के प्रांगण में पहली बार आयोजित इस सम्मेलन में अनेक पूर्व छात्र-छात्राएं, अभिभावक एवं आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की वंदना एवं स्वागत गीत के साथ हुआ।
सम्मेलन का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा तैयार की गई मिट्टी की मूर्तियां, खिलौने, ग्रीटिंग कार्ड, चित्रकला एवं हस्तकला प्रदर्शनी रही
सक्ती निवासी उद्योगपति एवं संग्रहकर्ता श्री हरिओम अग्रवाल द्वारा लगाई गई दुर्लभ ऐतिहासिक वस्तुओं की प्रदर्शनी — जिसमें सक्ती रियासत की प्राचीन वस्तुएं, मुगलकालीन धरोहरें, विभिन्न देशों की मुद्राएं, सिक्के और नोटों का संग्रह शामिल रहा।
इस प्रदर्शनी की अतिथियों एवं दर्शकों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की।
पूर्व छात्रों के प्रेरक वक्तव्य
वरिष्ठ अधिवक्ता श्री दिगंबर चौबे, वरिष्ठ पत्रकार समत्तमरेज खान,सुमित शर्मा , विकास विस्तार अधिकारी सक्ती सुश्री अन्नपूर्णा कशेर, शिक्षक श्री राजकुमार अग्रवाल, सहायक प्राध्यापक श्री रविंद्र थवाईत एवं शिक्षिका सुश्री माधवी खर्रा शाला प्रबंधन समिति की सदस्य व पूर्व छात्रा सुश्री सुषमा कशेर ने अपने-अपने विद्यार्थी जीवन के संस्मरण साजा किए तथा वर्तमान छात्रों को संघर्ष, परिश्रम और और दृढ़ संकल्प के माध्यम से सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया विशेष अतिथि के रूप में विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री दिलीप पटेल ने भी अपने संपूर्ण विद्यार्थी जीवन के अनुभव साझा करते हुए बच्चों को शिक्षा का महत्व बताया इस अवसर पर यह जान कर सभी विद्यार्थी गौरवान्वित हुए विद्यालय की व्याख्याता एवं कार्यक्रम के सूत्रधार श्री देवाशीष बनर्जी भी विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं मंच पर उनका पूर्व छात्रों द्वारा अभिनंदन किया गया कार्यक्रम का संचालन देवास देवाशीष बनर्जी ने किया एवं आभार प्रदर्शन प्राचार्य श्रीमती पी गबेल ने किया कसेर पारा विद्यालय के इतिहास में पहली बार आयोजित यह पूर्व छात्र सम्मेलन और ऐतिहासिक प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रेरणादाई एवं अविस्मरणी रहा।