सक्ती 11 जुलाई को टेमर रेलवे पुल से एक मार्मिक सूचना प्राप्त हुई कि एक हनुमान लंगूर ट्रेन की चपेट में आकर बुरी तरह घायल और मूर्छित हो गया है। इस सूचना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए पशु प्रेमी एवं गौ सेवा समिति के संस्थापक मयंक ठाकुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वन विभाग की रेंजर मैडम को सूचित किया गया। वन विभाग के मार्गदर्शन में मयंक ठाकुर और उनकी टीम ने घायल लंगूर का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। समिति के गौ सेवा वाहन के माध्यम से लंगूर को प्राथमिक उपचार के लिए वन विभाग कार्यालय लाया गया।
यह रेस्क्यू न केवल मानवीय संवेदना का परिचायक है, बल्कि जीवों के प्रति दया और उत्तरदायित्व की एक प्रेरक मिसाल भी है। गौ सेवा समिति के सदस्यों एवं वन विभाग की तत्परता के लिए जनसमुदाय ने आभार व्यक्त किया है।
वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की सहायता से लंगूर का आवश्यक उपचार कराया गया, जिसके बाद उसे सुरक्षित रूप से वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया।