सक्ती श्री सिद्ध हनुमान मंदिर सक्ती में महाआरती सतक पूर्ण हो चुका अब बारी है शुभ अंक 101 महाआरती की जो 22 अप्रैल 2025 दिन मंगलवार की शाम राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज पीठाधीश्वर श्री दूधाधारी मठ रायपुर एवं श्री शिवरीनारायण मठ। के सानिध्य में हुई
22 अप्रैल की शाम 06 बजे आदरणीय पीठाधीश्वर महराज जी मौली फिश पहुँचे ही ढोल ताश और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया एवं नंदकिशोर तम्बोली जी ने अतिथि को शॉल और श्री फल भेट किये एवं अमित तम्बोली के द्वारा पुष्पहार पहनाकर स्वागत किये भगत राम शर्मा स्पतिनक पुष्प गुच्छ भेट किये और श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के सभी सदस्यों के द्वारा स्वागत किया गया। महाराज जी मौलीश्वर महादेव के दर्शन कर धूप दीप के साथ पूजा अर्चना किये एवं जलपान कर सनातन विषय पर चर्चा हुई कुछ समय पश्चत महाराज एवं साथ मे आये अतिथि श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार सहित ढोल ताशा कीतर्न भजन के अगवाई में माँ महामाया देवी मंदिर पहुँच कर पूजा अर्चना चुन्नी नारियल चढाये मंदिर के बैगा के द्वारा पीठाधीश्वर जी को माता के आशीर्वाद स्वरूप चुनरी भेट किये।
माँ महामाया के दर्शन कर फिर जयकारा के साथ भजन कीर्तन करते हुये साँई मंदिर, नवधा चौक होते हुये सक्ती के ह्रदय स्थल हनुमान गेट पहुँचे आतिशबाजी के साथ हाईकोर्ट अधिवक्ता चितरंजय पटेल जी ने पीठाधीश्वर को पुष्पहार से स्वागत किया और जयकारा के साथ हनुमान मंदिर परिवार के सभी सदस्यों के द्वारा सम्मान सहित मंदिर तक लेके आये अतिथियों ने हनुमान जी के चरणों मे माथा टेके फिर पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी ने सभी को तिलक लगाया एवं हनुमान जी को सपर्स कर चुन्नी पीठाधीश्वर को भेट किये अन्य अतिथि जो बिलासपुर, चाँपा, कोरबा, बाराद्वार एवं सक्ती से शामिल हुए भाक्तो को मोती की माला से सम्मान किये फिर सभी को ससम्मान सोफे पर बैठाया गया इधर पुजारी जी ने पट बंद कर हनुमान जी का वस्त्र श्रृंगार करनें में जुट गये कुछ समय बाद पट खुला तो सभी ने श्री सिद्ध हनुमान जी का अवलोकिक श्रृंगार के दर्शन प्राप्त हुआ फिर गणेश वंदना की गई एवं पंच दीप गणेश आरती पीठाधीश्वर जी ने किया एवं कुछ समय के बाद 51 दीपो से सजी महाआरती की शुरुआत आदरणीय पीठाधीश्वर जी महाराज के द्वारा की गई एवं उसके बाद साथ मे आये सभी अतिथियों के द्वारा बारी बारी किया गया फिर सभी भक्तो के द्वारा किया गया आरती पूर्ण होते ही सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया फिर आदरणीय अतिथि गर्भ गृह में जाके हनुमान जी के चरणों में अपना शिश नवाये पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव जी ने पीठाधीश्वर को तिलक कर श्री सिद्ध हनुमान जी की छाया छवि भेट किये श्री राम सुंदर दास जी ने सभी भक्तो को आशीर्वचन दिये बतलाये की पिछले 2 वर्षों के प्रयास के बाद 101 महाआरती में हनुमान जी की कृपा बनी तब यहाँ पहुँच पाया फिर प्रसाद ग्रहण कर मंदिर से बाहर आये मंदिर के पास ही मयंक ठाकुर एवं मित्रों के द्वारा गौ सेवा समिति के सेल्टर के निरक्षण के लिये गये मयंक ठाकुर ने बतलाया कि पीढ़ी जख्मी गौ माता एवं पशुओं को सेल्टर में लाकर इलाज किया जाता है। पीठाधीश्वर ने इस कार्य के लिये बहुत प्रशंसा किये और इसमे कुछ आगे की योजना हेतु रायपुर आने का सुझाव दिये कार्यक्रम के अंत मे सभी हनुमान मंदिर के भक्तों ने अतिथि राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज जी के साथ सामूहिक तस्वीर लिये एवं स सम्मान विदाई दिये।